टीटी की चुनौतियां
रेलवे में काम करने वाले मेरी बात एक सम्माननीय टीटी महोदय और उनकी श्रीमती जी से हुई। हालांकि, अब वो…
रेलवे में काम करने वाले मेरी बात एक सम्माननीय टीटी महोदय और उनकी श्रीमती जी से हुई। हालांकि, अब वो…
चमन से कौन चला, ये खामोशियाँ लेकर... कलि-कलि तड़प उठीं हैं , सिसकियाँ लेकर... तमाशा देख रहे थे, जो…
खोखली नींवस्कूल में सब खुश थे!क्योंकि सारे बच्चे पास थे,जो आये, वो पास;जो नहीं आये, वो भी पास ;जिसने परीक्षा…
अन्त में हम दोनों ही होंगे... भले ही झगड़ें, गुस्सा करें,एक दूसरे पर टूट पड़ें, एक दूसरे पर दादागिरी करने के…
क्या तुझपे नज़्म लिखूँ, और कैसा गीत लिखूँ...क्या तुझपे नज़्म लिखूँ, और कैसा गीत लिखूँजब तेरी तारीफ़ करूँ, सुर-ताल में…
मैं शिव हूँ मैं शिव हूँ, मैं शिव हूँ, मैं शिव हूँ...मैं वीभत्स हूँ, विभोर हूँ,मैं समाधी में ही चूर…
दिल की चोटों ने कभी चैन से रहने न दियाजब चली सर्द हवा मैंने तुझे याद कियाये मैं सौ जाँ से तिरे तर्ज़-ए-तक़ल्लुम के…
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर जी द्वारा अंग्रेजी नववर्ष पर रचित एक प्रेरणादायक कविताये नव वर्ष हमें स्वीकार नहीं,है अपना ये…
कल हम भी बारिश मे छपाकलगाया करते थे...आज इसी बारिश मे कीटाणुदेखना सीख गये !कल तक संकेत हुआ करते थेबारिश…
उस रोज़ 'दिवाली' होती है ।यह कविता आदरणीय अटल बिहारी वाजपेयी जी की है और दीपावली की शुभकामनाएं इससे ज्यादा…